भारतीय महिलाओं के नाम एक खुला पत्र

आप भारत की निवासी हैं। आप अपने करों का भुगतान करती हैं। आप एक सुंदर घर चलाती हैं और आप अपने परिवार की देखभाल करती हैं।

आप, अपनी कपड़ों की अलमारी का खयाल रखती हैं, सुनिश्चित करती हैं कि सभी काम समय सीमा पर हो जाएं और अपने बच्‍चों को उत्कृष्ट बनने के हर संभव अवसर प्रदान करती हैं। आप हर छोटी जानकारी पर ध्‍यान देती हैं और सुनिश्चित करती है कि कुछ भी अनदेखा या उपेक्षित न रह जाए।

ठीक है, करीब-करीब।

एक बहुत ही महत्वपूर्ण विवरण अनदेखा रह गया। आप भूल गईं कि कुछ भी होने से पहले, आप एक शक्तिशाली महिला हैं। आप भूल गईं कि आपके पास यह फैसला लेने का अधिकार है कि आप जिस देश में रहती हैं उसके लिए नीतियां कौन बनाएं।

आपकी ही तरह, भारत में पंजीकृत 49% मतदाताओं के पास यही ताकत है। आपके और उन बाकियों के पास एक ऐसी सरकार के लिए मतदान करने की ताकत है जो आपके मुद्दों के प्रति ध्यान देगी। और क्यों एक सत्तासीन सरकार को ऐसा नहीं होना चाहिए?

सरकार को चुनने वालों में लगभग आधी महिलाएं हैं। उन नीतियों के निर्माण में संभावनाओं और परिवर्तन की कल्पना करें, जिन्हें आप केवल तभी प्रभावित कर सकती हैं यदि आप अपनी उस ताकत को इस्‍तेमाल करने का फैसला करती हैं जो आपको एक मूल अधिकार के रूप में मिली है। वोट करें ... और ऐसा करने के लिए हर उस औरत को भी प्रोत्साहित करें जिसे आप जानती हैं।

यह 49% की शक्ति से व्यवस्था को परिचित कराने का समय है।

कोई आंदोलन शुरू मत करो। बस एक में शामिल हो जाओ आप पहले से जिस- #49 की शक्ति का एक हिस्सा हैं!

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